आइए बिल्कुल आसान शब्दों में टैक्स स्लैब के बदलाव के बारे में जानते हैं।



यह बजट भारत सरकार के अंतिम बजट को पेश किया जा रहा है इस वक्त पूरे भारतीयों का नजर भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण पर गड़ी हुई है इससे आम आदमी को क्या बेनिफिट होने वाला है या फिर सरकार द्वारा अर्थव्यवस्था को लेकर कोई अगला कदम उठाया जा रहा है आईए समझते हैं  पूरी बात विस्तार से।

यह बजट भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण के द्वारा प्रस्तुत किया जा रहा है आगामी लोकसभा चुनाव 2024  से पूर्व बजट की उत्तरदायित्व उनके कंधों है।


क्या है वित्त आयोग?


भारतीय संविधान अनुच्छेद 280 के अंतर्गत केंद्र तथा राज्य के वित्तीय आयोग को बताने राष्ट्रपति द्वारा प्रत्येक 5 साल में गठित एक संवैधानिक तरीका है।


बेरोजगारी पर केंद्रीय वित्त मंत्री जी का बयान


भारत के वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण बजट भाषण के दौरान बेरोजगारी को लेकर संक्षिप्त में कुछ बात कही, वित्त मंत्री जी के द्वारा बजट भाषण के दौरान इस बातों को कहा गया है। इसके अंतर्गत उन्होंने स्किल मैनेजमेंट की भी बात कही है।


स्लैब टेस्ट में हुए बदलाव


नई टैक्स प्रणाली के तहत अगर आप टैक्स भर रहे हैं तो संस्थान द्वारा पुरानी स्टैंडर्ड डिडक्शन जो 50000 की उसे बढ़ाकर 52000 कर दी गई है। फिर भी ज्यादातर टैक्स देने वाले लोग पुराने प्रणाली के तहत ही टैक्स दे रहे हैं क्योंकि उसमें कुछ सुविधा है जैसे कि होम लोन घर का किराया इत्यादि। आपको बता दें कि यह नई प्रणाली में नहीं है।

5 करोड़ से अधिक कमाने वाले व्यक्ति ही  टैक्स देते हैं। दुनिया भर में सबसे अधिक टैक्स देने वाला देश भारत है 42.7% जिसे घटाकर 39% पर लाया गया है लेकिन इसे अगले वित्तीय वर्ष में लाया जाएगा।


वहीं अगर आप ₹900000 प्रत्येक साल का आमदनी है तो आपको ₹45000 टैक्स देना होगा मतलब आपको पांच प्रतिशत टैक्स देना होगा।

  • अगर आप नई वित्तीय प्रणाली के तहत इनकम टैक्स देते हैं तो ₹700000 सालाना कमाने वाले लोगों को ₹0 टैक्स देना होगा। साथ ही आप को आप की बचत की सारी जानकारियां सरकार को देनी होगी।


  • भारत के पूर्व वित्तीय सचिव सुभाष गर्ग ने बताया कि यह बजट एक बेहतर बजट है इस बजट से किसी को भी कोई नुकसान नहीं है परंतु इस मे रिफॉर्म और निजीकरण भी नहीं देखा जा रहा है।


किसे होगा फायदा


एक्सपर्ट इंडिया टुडे ग्रुप के एडिटोरियल एडवाइजर रोहित सरन ने बताया कि इस नई टैक्स प्रणाली के अंतर्गत लोगों को फायदा ही होगा। आप नई टैक्स प्रणाली के अंतर्गत छूट तो कम देते हैं लेकिन बाकी छूटो से हाथ धोना पड़ेगा। Know the Pulse और कुबेरा ग्रुप के सीईओ रवि कुमार ने बताया कि टेस्ट स्लैब में हुए बदलाव से आम जनता को फायदा होगा जिस की प्रतीक्षा पूरे भारतीय कर रहे थे। साथ ही साथ लाख सालाना इनकम वाले का टैक्स फ्री कर देना एक बेहतर कदम है । वही रोहित सरन ने दो टैक्स प्रणाली को खुले रखना सरकार का यह फैसला थोड़ा डॉट फुल लगता है लगातार 4 सालों तक हम जैसे व्यक्ति से टैक्स प्रणाली आगे बढ़ता है तो यह खास नहीं लगता है। सरकार पहले वाली टैक्स प्रणाली को बंद करना चाहती है, परंतु कुछ असर होता हुआ नहीं दिखाई दे रहा है।



एक टिप्पणी भेजें

और नया पुराने