झारखंड की राजधानी रांची के अप्पर बाजार के क्षेत्र में जेनस कंपनी द्वारा स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने का काम चल लाहा है \300000 से भी अधिक कंज्यूमर्स को मिलेगी यह बेनिफिट। झारखंड बिजली वितरण निगम लिमटेड के अधिकारी के
देखरेख में रहेगी। सूत्रों ने बताया है कि ₹250 करोड़ खर्च हो सकती है।
आइए जानते हैं आखिर स्मार्ट मीटर के फायदे क्या क्या होंगे।
- आप बिजली का उपयोग कितना कर रहे हैं इस पर उपभोक्ताओं की नजर रहेगी।
- बिजली बिल जमा करने हेतु आपको लाइन में खड़े होने की जरूरत नहीं पड़ेगी।
- बिजली की चोरी पर लगेगी लगाम।
- आप जितना बिजली खर्च करेंगे आपको उतना ही भुगतान करना पड़ेगा।
- बिजली की कमी होने पर विशेषकर जेवीवीएनएल आपको देख सकेगा।
- कटी हुई बिजली आपको वापस मिलेगी, ऐसा ना होने पर स्वयं ही शिकायत हो जाएगा।
- बिजली बिल जमा करने हेतु आपको किसी बिजली पदाधिकारियों की प्रतीक्षा की जरूरत नहीं होगी।
प्रीपेड मीटर काम कैसे करेगा आइए जानते हैं।
इसमें लगभग सारा सिस्टम मोबाइल नंबर की तरह ही होगा, जैसा कि में रिचार्ज कराते हैं इसमें भी आपको रिचार्ज करना
होगा रिचार्ज रहने पर ही आप बिजली का आनंद उठा सकते हैं। जितना रिचार्ज रहेगा आप उतना ही खर्च करेंगे। रिचार्ज
खत्म हो जाने पर आपको सुविधाओं से वंचित कर दिया जाएगा लेकिन उससे पहले आपको s.m.s. भेज दिया जाएगा। साथ
ही उस क्षेत्र के बंपर नेटवर्क वाले कंपनी के अपने मोबाइल में सिम कार्ड लगाना होगा। गूगल प्ले स्टोर पर अवेलेबल है आप
वहां से डाउनलोड कर सकते हैं।
प्रथम चरण में स्मार्ट प्रीपेड मीटर की होगी पहले जांच |
सूत्रों के अनुसार प्रथम चरण में इसकी जांच की जाएगी देखा जाएगा कि जहां-जहां इस्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाया गया है वह
सुरक्षित ढंग से संचालित हो रहा है कि नहीं पूरी सुरक्षा के साथ इसे लगाया जाएगा। कुछ महीनों तक इसके अधिकारियों के
द्वारा इसकी देखरेख की जाएगी, इसे ऑटोमेटिक बिलिंग से मिलान कराया जाएगा। अंततः सब सुविधाजनक पाया जाने पर
स्मार्ट प्रीपेड मीटर में बदलकर लांच कर दिया जाएगा।
स्मार्ट प्रीपेड मीटर लगाने की प्रक्रिया जेनस कंपनी के द्वारा किया जाएगा ,जिसकी शुरुआत हो चुकी है। लगाने की सारी
प्रक्रम को पहले से ही तैयार कर लिया गया है।